योगी आदित्यनाथ 'गीता प्रेस' के शताब्दी वर्ष समारोह में

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आज गोरखपुर में मा. राष्ट्रपति आदरणीय श्री राम नाथ कोविन्द जी के साथ 'गीता प्रेस' के शताब्दी वर्ष समारोह में सम्मिलित हुए।

उन्होंने कहा, विगत 100 वर्षों में गीता प्रेस ने 90 करोड़ से अधिक सनातन हिंदू धर्म से संबंधित ग्रंथों का प्रकाशन कर साहित्य के माध्यम से देश व धर्म की सराहनीय सेवा की है।

योगी आदित्यनाथ जी ने कहा, गीता प्रेस साहित्य के माध्यम से देश और समाज की अपूर्व सेवा कर रहा है। साहित्य की सेवा कभी न मिटने वाली सेवा होती है। धर्म और शासन दोनों एक साथ चलते हैं, दोनों एक दूसरे के पूरक हैं.

योगी आदित्यनाथ 'गीता प्रेस' के शताब्दी वर्ष समारोह में

योगी आदित्यनाथ 'गीता प्रेस' के शताब्दी वर्ष समारोह में

शिव अवतारी महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ जी की तपोस्थली, स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की क्रांतिभूमि गोरखपुर की पावन धरा पर माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्री राम नाथ कोविन्द जी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है। यूपी के विकास के लिए, 'आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण के लिए जिस भी सेक्टर में, जो भी रिफॉर्म आवश्यक होंगे, वो रिफॉर्म निरंतर किए जाते रहेंगे।

वर्ष 1923 में, गोरखपुर में मात्र ₹10 के किराये के भवन में श्रद्धेय जयदयाल गोयन्दका जी ने जिस बीज का रोपण किया था, आज वह 'गीता प्रेस' विशाल वटवृक्ष बनकर पूरी दुनिया में सनातन हिंदू धर्म से संबंधित साहित्यों को घर-घर तक पहुंचा रहा है।

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